इंदौर में सब इंजीनियर ने निर्दलीय नामांकन भरा, | सरकारी नौकरी भी छोड़ी | कहा - मां की खातिर कुछ भी करूंगा
इंदौर के जोन 14 में आने वाले वार्ड 85 में रहने वाले
मप्र शिक्षा विभाग में सब इंजीनियर 33 साल के महेंद्र मकासरे ने सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर नगर निगम चुनाव में निर्दलीय महापौर पद के लिए नामांकन दर्ज कराया है। मकासरे का नामांकन फॉर्म अप्रूव हो गया है और उन्हें बुधवार यानी आज चुनाव चिन्ह भी आवंटित हो जाएगा।
मेरे पिता मजदूरी करते थे और मां कभी घर-घर बर्तन मांजने का काम करती थीं। मां की इच्छा थी कि मैं खूब पढ़ाई करूं और इंजीनियर बनूं। घर में आर्थिक समस्या के चलते मैंने पिता के साथ मजदूरी की, सब्जी बेचने का काम भी किया, क्योंकि मैं अपनी मां के सपने को पूरा करना चाहता था। अब मेरी मां चाहती हैं कि इंदौर शहर का मेयर बनूं और जनता की सेवा करूं। मैं अपनी मां के हर सपने को पूरा करना चाहता हूं और इसीलिए सरकारी नौकरी छोड़कर मेयर पद के लिए चुनावी मैदान में उतरा हूं। मैं हारा तो भी आगे जनता की सेवा ही करूंगा। मां के सपनों को पूरा करने के लिए मैं कुछ भी करने को तैयार हूं।
नौकरी में रहते स्कूलों की हालत सुधारी
मकासरे ने बताया कि शिक्षा विभाग में सब इंजीनियर की नौकरी शुरू करने के बाद उन्होंने इंदौर के 80 से 100 साल पुराने 24 जर्जर स्कूलों का सर्वे कर उनकी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी। इसके बाद 12 स्कूलों का री-डेवलपमेंट का काम हो चुका है। जबकि 12 स्कूलों का री-डेवलपमेंट का काम चल रहा है।
महापौर बना तो यह करूंगा-
- स्टूडेंट के लिए लोक परिवहन मुफ्त होगी।
- बुजुर्गों को 1 माह में पेंशन चालू।
- हर घर पानी और सड़क, पानी के बिल आधे होंगे।
- कचरा और पानी का शुल्क स्थिर होगा।
- सरकारी स्कूल में हाई क्वालिटी एजुकेशन मिलेगी।
- ठेले और गुमटियों के लिए अलग से बाजार होगा।
- सफाई मित्रों को 20 हजार रुपए प्रति माह वेतन मिलेगा।
- महापौर रसोई योजना में 1 रुपए में खाना मिलोगा।
- हर वार्ड में एक मोहल्ला क्लिनिक की स्थापना होगी।
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